भजनलाल सरकार की गर्भवती महिलाओं के लिये मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य (मांँ) वाउचर योजना

Kotputli News
भजनलाल सरकार की गर्भवती महिलाओं के लिये मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य (मांँ) वाउचर योजना

भजनलाल सरकार की गर्भवती महिलाओं के लिये मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य (मांँ) वाउचर योजना का लाभ ( नि:शुल्क सोनोग्राफी ) जिले में अभी तक 1477 गर्भवती महिलायें उठा चुकी है मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ‘मांँ वाउचर योजना’ का शुभारम्भ 17 सितम्बर 2024 को पूरे प्रदेश में किया गया। मांँ वाउचर योजना राज्य सरकार की एक दूरदर्शी पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना और सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करना है।

योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य की महिलाओं को नि:शुल्क सोनोग्राफी सेवायें उपलब्ध कराना है। योजना विशेष रूप से उन महिलाओं के लिये फायदेमंद है, जो दूर-दराज के क्षेत्रों में रहती हैं और जिनके लिये स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचना कठिन है। यह योजना उन महिलाओं के लिए भी उपयोगी है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और सोनोग्राफी जैसी महंगी सेवाओं का खर्च वहन करने में असमर्थ है। योजना के तहत प्रदेश की गर्भवती महिलाएं अपने ऐसे नजदीकी सरकारी चिकित्सा संस्थान पर जाकर सोनोग्राफी करा सकती है, जिन सरकारी चिकित्सा संस्थानों में सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं तो वहाँ से गर्भवती महिला अपने जन आधार कार्ड और मोबाईल फोन के माध्यम से वाउचर प्राप्त कर सकती है। यह वाउचर सरकारी और सूचीबद्ध निजी पंजीकृत सोनोग्राफी केंद्रों पर नि:शुल्क सेवा के लिए मान्य होगा। डीएनओ रविकांत जांगिड़ ने बताया कि योजना के अंतर्गत जिले में 17 सितम्बर 2024 से 29 जनवरी 2025 तक 1477 की सोनोग्राफी की जाकर गर्भवती महिलाओं को लाभान्वित किया गया है।

इस योजना के तहत नि:शुल्क मिलेगी सोनोग्राफी सेवाएं

गर्भावस्था के 84 दिन या उससे अधिक की अवधि वाली महिलाएं इस योजना के तहत नि:शुल्क सोनोग्राफी करवा सकती हैं। यह सुविधा सरकारी और सूचीबद्ध निजी सोनोग्राफी केंद्रों पर उपलब्ध है।

वाउचर प्रणाली और प्रक्रिया :- योजना के तहत गर्भवती महिला को अपना जनआधार कार्ड और मोबाईल फोन लेकर नजदीकी सरकारी चिकित्सा संस्थान पर जाना होगा। चिकित्सा संस्थान में पीसीटीएस सॉफ्टवेयर से ओटीपी के माध्यम से महिला के मोबाईल पर एक एसएमएस द्वारा क्यूआर वाउचर जारी किया जायेगा। वाउचर की वैधता 30 दिनों की होगी। यदि महिला निर्धारित 30 दिनों में सोनोग्राफी नहीं करवा पाती है तो वह दोबारा चिकित्सा संस्थान पर जाकर वाउचर की अवधि एक बार 30 दिनों तक बढ़ा सकती है।

निजी केंद्रों की भागीदारी

महिलाओं को बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रदेश में 1161 निजी सोनोग्राफी केंद्रों और अस्पतालों को योजना में शामिल किया गया है। जिले में जिला एवं उप जिला चिकित्सालय सहित 23 निजी सोनोग्राफी सेंटर्स पर मांँ वाउचर योजना संचालित है।

ऐसे ले सकते है नि:शुल्क सोनोग्राफी योजना का लाभ

गर्भवती महिला अपने नजदीकी सरकारी चिकित्सा संस्थान पर जाकर जनआधार कार्ड और मोबाईल फोन के माध्यम से वाउचर प्राप्त कर सकती है। यह वाउचर सरकारी और सूचीबद्ध निजी पंजीकृत सोनोग्राफी केंद्रों पर नि:शुल्क सेवा के लिए मान्य होगा। जिले की कोई भी गर्भवती महिला जिसकी गर्भावस्था की अवधि 12 सप्ताह से अधिक है, वह महिला प्रत्येक माह की 9, 18 व 27 तारीख (प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस) के दिन जिले के ऐसे सरकारी अस्पताल से मांँ वाउचर योजना के लिए कूपन ले सकती है। जिस संस्थान पर सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं हो। जिले में सरकारी अस्पतालों में संचालित सोनोग्राफी केंद्रों पर सोनोग्राफी सुविधा नि:शुल्क है इसलिए सरकारी संस्थान पर सोनोग्राफी कराने के लिए मां वाउचर योजना की आवश्यकता नहीं है। सीएमएचओ डॉ. आशीष सिंह शेखावत ने बताया कि राज्य सरकार की मां वाउचर योजना महिलाओं और उनके शिशु के स्वास्थ्य की देखभाल को सुलभ और प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह योजना मातृत्व सेवाओं को व्यापक रूप से पहुंचाने और गर्भावस्था के दौरान जटिलताओं का समय पर पता लगाने में सहायक सिद्ध हो रही है।

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *